घरेलू मैन्यूफैक्चरिंग पर बड़े पैमाने पर जोर देने से सप्लाई और डिमांड के बीच अंतर को कम करने में मदद मिली है
पिछले साल फरवरी में यूक्रेन पर हुए रूस के हमले के बाद से ही कीमतों में तेजी का रुख है.
केंद्र ने वित्त वर्ष 2020-21 के फरवरी तक 388.10 लाख टन यूरिया (Urea) उपलब्ध कराई थी, जबकि इस दौरान 337.95 लाख टन यूरिया (Urea) की जरूरत थी.